आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन गुरु पूजन करने का विधान है।

जिसे लोग गुरु पूर्णिमा के दिन व्यास जयंती के नाम से भी जानते  है और इसे बहुत ही धूमधाम से भी मनाई जाती है।

चूँकि इस दिन प्रथम गुरु का दर्जा प्राप्त कर चुके वेद व्यास का जन्म भी हुआ था।

जानकारी के लिए बता दे कि इस साल गुरु पूर्णिमा के दिन काफी अद्भूत संयोग बन रहा हैं।

इस संयोगों में कुछ उपाय करने से काफी शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

तो चलिये जानते है कि गुरु पूर्णिमा के दिन बनने वाले राजयोग के बारे में और कौन से उपाय करने से तरक्की के आपके धन में बढ़ोतरी होगी।

गुरु पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त गुरु पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 13 जुलाई को सुबह 4 बजकर 1 मिनट से शुरू

गुरु पूर्णिमा तिथि समाप्त- 14 जुलाई रात 12 बजकर 6 मिनट तक इंद्र योग-  12 जुलाई शाम 4 बजकर 59 मिनट से 13 जुलाई को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट तक

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र - 13 जुलाई सुबह 2 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर रात 11 बजकर 18 मिनट तक

गुरु पूर्णिमा पर बन रहा राजयोग इस साल गुरु पूर्णिमा के पर्व पर राजयोग बन रहा है। गुरु पूर्णिमा के दिन रूचक, भद्र, हंस और शश नाम के चार विशेष योग बन रहे हैं।

इन सभी योगो को राजयोग कहा गया है। ज्योतिष गणना की माने तो इस साल गुरु पूर्णिमा के दिन ग्रह-नक्षत्रों का खास संयोग बन रहा है।

इस दिन मिथुन राशि में गुरु, मंगल, बुध और शनि की युति होने वाली है।

वही सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग, मंगल के मेष राशि में होने से रुचक योग, गुरु के मीन राशि में होने से केंद्र में हंस योग।

बुध के मिथुन में गोचर करने के कारण भद्र योग और शनिदेव के मकर राशि में होने के कारण शश योग जैसे शुभ योग बन रहे हैं।

जिस कारण इसे अद्भुत संयोग माना जा रहा है।

oneclickhindi.com की तरफ से सभी गुरुजनो को गुरु पूर्णिमा की बहुत बहुत हार्दिक सुभकामनाये।